Vijaypur by-election: मतदान से पहले आदिवासी बस्ती में ताबड़तोड़ फायरिंग, 2 घायल, कांग्रेस ने भाजपा पर लगाए आरोप
विजयपुर
मध्य प्रदेश के विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव से एक दिन पहले फायरिंग हो गई। बाइक से आए 9 बदमाशों ने आदिवासियों को धमकाते हुए फायरिंग कर दी। गोलीबारी में कई लोग घायल हो गए हैं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्रामीणों ने एक आरोपी को बंदूक के साथ पकड़ लिया। घटना ढोढर थाना क्षेत्र के धनाचया गांव में सोमवार रात 10 बजे हुई है। कांग्रेस ने भाजपा नेताओं पर अराजकता गुंडागर्दी का आरोप लगाया है।
गाली-गलौज से रोकने पर ताबड़तोड़ फायरिंग
वारदात में प्रकाश और हरविलास नाम के दो आदिवासी युवक घायल हो गए हैं। पुलिस को उन्होंने बताया कि रात में कुछ लोग बंदूकें लेकर बाइक से आए थे। बस्ती में पहुंचते ही गाली–गलौज करने लगे। मना करने पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस को सूचना दी तो एसडीओपी राजीव गुप्ता जवानों के साथ गांव पहुंचे।
आचार संहिता के बीच फायरिंग, पुलिस पर सवाल
विजयपुर में 13 नवंबर को वोटिंग है। इस समय चुनावी आचार संहिता लागू है। लिहाजा, निर्वाचन क्षेत्र में सभी लाइसेंसी बंदूकें पुलिस ने जब्त करा ली है। आसपास की सीमाएं भी सील कर दी गई हैं। इन सबके बावजूद सरेआम गोलीबारी होना पुलिस की निगरानी पर सवाल उठाता है।
पटवारी बोले-कलेक्टर-एसपी को हटाए आयोग
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने घटना से जुड़ा एक वीडियो शेयर कर कलेक्टर-एसपी को हटाए जाने की मांग की है। कहा, विजयपुर में आज प्रचार समाप्त हुआ और मतदाताओं पर अत्याचार शुरू हो गया। भाजपा उपचुनाव को भी लाल स्याही से रंग रही है।
जीतू पटवारी ने कहा, एक ओर आचार संहिता लागू है, और दूसरी और भाजपा प्रत्याशी के हथियारबंद गुंडे आदिवासी भाइयों पर गोली चला रहे हैं। विजयपुर कलेक्टर और भाजपा में सांठ-गांठ की बात मैं लगातार कह रहा हूं, लेकिन गंभीरता से नहीं लिया गया। अब इसके परिणाम सामने दिख रहे हैं।
आरोपियों की हो तत्काल गिरफ्तारी
श्योपुर के कांग्रेस जिलाध्यक्ष अतुल सिंह चौहान ने कहा, भाजपा नेता अराजकता फैलाकर गुंडागर्दी की राजनीति करते हैं। गरीब आदिवासियों पर फायरिंग उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाती है। पुलिस-प्रशासन आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करें, नहीं तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी।
सूचना पर एसडीओपी राजीव कुमार गुप्ता पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुंचे। अन्य आरोपियों की तलाश में टीमों को रवाना किया। श्योपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष अतुल सिंह चौहान का कहना है कि भाजपा के लोग अराजकता फैलाकर गुंडागर्दी की राजनीति करना चाहते हैं। गरीब आदिवासियों पर इस तरह फायरिंग ओछी मानसिकता को दर्शाती है। प्रशासन और पुलिस आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करें, नहीं तो कांग्रेस आदिवासियों के साथ लड़ाई लड़ेगी।
विजयपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले प्रशासन और पुलिस ने जिलेभर के सभी शस्त्र लाइसेंस थानों में जमा कर लिए हैं। इसके बावजूद आरोपी बंदूक लेकर गांव में पहुंचे। कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब लाइसेंस जमा हो गए थे तो फिर हथियार कहां से आए? विजयपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में भले ही बीजेपी विकास और कांग्रेस गद्दार के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है, मगर जातिगत समीकरण चुनाव पर हावी है। कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा के समर्थन में आदिवासी और कुशवाह समाज के लोग लामबंद दिखाई दे रहे हैं।
श्योपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष अतुल सिंह चौहान का कहना है कि भाजपा के लोग अराजकता फैलाकर गुंडागर्दी की राजनीति करना चाहते हैं। गरीब आदिवासियों पर इस तरह फायरिंग करना उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है। प्रशासन और पुलिस को आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए, नहीं तो कांग्रेस आदिवासियों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ेगी। विजयपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले प्रशासन और पुलिस ने जिलेभर के सभी शस्त्र लाइसेंस थानों में जमा करवा लिए थे। इसके बावजूद आरोपी बंदूक लेकर गांव में कैसे पहुंचे? कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब लाइसेंस जमा हो गए थे तो हथियार कहां से आए?
विजयपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा विकास के मुद्दे पर और कांग्रेस गद्दारी के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है, लेकिन जातिगत समीकरण चुनाव में हावी हैं। कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा के समर्थन में आदिवासी और कुशवाह समाज के लोग लामबंद होते नजर आ रहे हैं।
कमलनाथ ने भाजपा पर बोला हमला
इधर, घटना को लेकर मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा- श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की वोटिंग से पहले आदिवासियों पर फायरिंग की घटना अत्यंत चिंताजनक है। इस घटना में आदिवासी समुदाय के कई लोग घायल हो गए। घटना से स्पष्ट होता है कि विधानसभा उपचुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी क्षेत्र का माहौल खराब करना चाहती है और मतदाताओं को डराना चाहती है। वोटिंग से ठीक पहले इस तरह की वारदात कानून व्यवस्था और चुनाव के इंतजाम पर भी बेहद गंभीर सवाल खड़े करती है। घटना से स्पष्ट हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी खरीद फरोख्त की राजनीति से बाज नहीं आ रही। वह विधायक तो खरीद सकती है, लेकिन जनता को नहीं खरीद सकती, इसलिए मतदाताओं के ऊपर गोलियां चलाई जा रही हैं। निर्वाचन आयोग से अपील करता हूं कि घटना को अत्यंत गंभीरता से ले और विजयपुर विधानसभा में निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराएं।
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